आप जो खा रहे हैं, कहीं वो बासी तो नहीं
खाना बनाने के आलस में फ्रिज में रखा हुआ बासी खाना गर्म किया और पेट भर लिया। इससे आपका पेट तो जरूर भरेगा, लेकिन ये आदत आपकी सेहत के लिए बिल्कुल सही नहीं है।
भागदौड़ भरी जीवनशैली में आजकल लोगों के पास समय का बेहद अभाव है। न खाना बनाने का समय है न खाने का। बाहर से कुछ खा लिया घर पहुंचे तो बनाने का मन नहीं किया तो फ्रिज में रखा हुआ बासी खाना ही गर्म किया और पेट भर लिया। इससे आपका पेट तो जरूर भरेगा, लेकिन ये आदत सेहत के लिए सही नहीं है।
सेहत का सबसे अच्छा दोस्त है पौष्टिक आहार। और वो भी तब जब वो एकदम ताजा हो। फ्रेश मूड को सेहत का सबसे अच्छा दोस्त मना जाता है यह कई तरह की बीमारियों से बचाने के साथ-साथ शरीर को पोषण भी देता है। लेकिन आज की भाग-दौड़ भरी और एकल जिंदगी में ताजा खाना बनाना और खाना हर किसी के लिए संभव नहीं होता। ऐसे में लोग बासी खाने के ऊपर ही निर्भर रहते हैं।
समय के अभाव के चलते हम कई बार ज्यादा खाना पका लेते हैं और उसे अगले दिन सुबह के नाश्ते, लंच और यहां तक कि अगले दिन के डिनर तक में खाते रहते हैं। इससे भूख जरूर शांत हो जाती है, लेकिन सेहत अशांत हो सकती है। कई फूड्स में प्रोटीन अधिक होता है, जिसे ज़ब हम दोबारा गर्म करते हैं तो इसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो फूड पॉयजनिंग का बड़ा कारण हैं। बासी खाने को खराब होने से बचाने के लिए हम उसे हम उसे फ्रिज में स्टोर कर देते हैं। फ्रीज में खाने के अलावा, फल, सब्जियां, अंडे, मीट आदि अन्य कच्चे खाद्य पदार्थ भी रखे होते हैं, जिनमें छिपे हानिकारक कीटाणु हमारे भोजन के साथ शरीर में प्रवेश कर गंभीर बीमार बना सकते हैं।
इनका सेवन करने से बचें
कई तरह के बासी खाद्य पदार्थ सेहत के सबसे बड़े दुश्मन हैं। इनमें से आलू एक है। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्बेन की एक रिपोर्ट की माने तो पके हुए आलू में एक ऐसा बैक्टीरिया पनपता है जो बॉटुलिज्म बीमारी का कारण होता है। जिसमें आपको कमजोरी धुंधला दिखाई देना बोलने में दिक्कत होने जैसा महसूस होता है, इसलिए बेहतर है आप आलू का ताजा सेवन ही करें।
अगर आप गेहूं की रोटी को फ्रिज में स्टोर कर रहे हैं तो यह लंबे समय तक ताजा बनी रह सकती है। लेकिन यह रोटी उतनी पौष्टिक नहीं रह जाती है। यहां तक कि कुछ लोगों के लिए पेट दर्द की वजह भी बन सकती है। फ्रिज में रखें कटे फलों का सेवन सही नहीं है। लेकिन हर फल को खाने का एक निश्चित समय होता है। उसके बाद यह फल दूषित हो जाता है। चुकंदर को कभी भी बासी यह गर्म करके नहीं खाना चाहिए, ऐसा करने से इसमें मौजूद नाईट्रेट खत्म हो जाता है। बासी पालक के साग को गर्म कर नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से इसमें मौजूद नाईट्रेट ऐसे तत्व में बदल जाता है जिससे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। फ्रीज में रखी बासी दाल खाना भी समस्या पैदा कर सकती है। यह पेट संबंधी दिक्कत गैस, अपच, बदहजमी आदि समस्या पैदा कर सकती है।
ठंडे या बासी चावल को दोबारा गर्म करके खाने से फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। चावल जब बासी हो जाता है तो इसमें बेसिलस सेरेअस नाम का बैक्टीरिया पनपता है। जिसके बाद एक निश्चित समय के बाद खाना खराब करने लगता है, इसलिए इसे खाने से बचना चाहिए। अमेरिकी संस्थान फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) रिसर्च की मानें तो बासी अंडे या उससे बनी किसी तरह की डिश को दोबारा गर्म करके नहीं खाना चाहिए। बासी अंडे में सैल्मोनमा नाम का बैक्टीरिया पनपता है, जिससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है। इस तरह किसी भी तरह के बासी मीट को दोबारा खाने से बचना चाहिए।
पाचन तंत्र हो सकता है कमजोर
फ्रिज में रखी हुई पकाई गई सब्जियां भी, जिन्हें पूरी तरह बर्तन में ढंककर रखा गया हो, उन्हें भी 24 घंटे के अंदर खा लेना चाहिए। अगर आप नियमित रूप से खान-पान से जुड़ी इस तरह की गलती करेंगे तो फूड पॉइजनिंग से ग्रसित हो सकते हैं। आपका पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है और आपको बार-बार बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
डॉक्टर कहते हैं
बासी खाद्य पदार्थ, फल, सब्जी सलाद का सेवन पेट संबंधी बीमारियों का बड़ा कारण है साथ ही इनमें मौजूद पौष्टिक तत्व भी लंबे समय तक रखे रहने के कारण नष्ट हो जाते हैं और बीमार बनाने वाले बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। बासी खाना सेहत को नुकसान पहुंचाता है। सेहत का साथी ताजा खाना ही है, इसलिए बासी खाने से बचना ही सहीं है।
- डॉ० वसुंधरा सिंह, डायटीशियन
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